चिड़िया का घोंसला
”चिड़िया का घोंसला “ एक मार्मिक कविता है जो एक चिड़िया की लगन और उसके हौसलों को दर्शाती है। आँधी- तूफ़ान भी उसको अपना...
एक औरत पूर्ण हूँ मैं
मुस्कुराती हूँ मैं आजकल ना जाने क्यूँ हर बात पे
इश्क़ तो है नहीं , हूँ मैं उम्र की उस दराज़ पे
शायद अपना साथ मुझे...
दीयों की रोशनी
हर ख़ुशी के महके पर एक हिंदुस्तानी के घर दिया जलना अनिवार्य है। दिवाली भी एक ऐसा त्योहार है जहाँ लाखों दिए जलाए जाते...
मेरी कलम से
"मेरी कलम से" एक ऐसी कविता है जिसके साथ हर लेखक खुद को जोड़ सकता है। यह दिल की भावनाओं को स्याही में उन्हें...
Final Adieu
She understood him like noone could
She knew every word that his silence meant
Only she could guess what ran in his perplexed mind
His every voiceless...