मैं हूँ

हमसफर एक दूसरे के बिना अधूरे होते हैं। एक अगर दिन है तो दूसरा रात बन कर उसको पूर्ण करता है। दो अलग मिज़ाज़...

चिड़िया का घोंसला

”चिड़िया का घोंसला “ एक मार्मिक कविता है जो एक चिड़िया की लगन और उसके हौसलों को दर्शाती है। आँधी- तूफ़ान भी उसको अपना...

कॉफ़ी डेट

ज़िंदगी के सफ़र में कई बार किसी अजनबी से मुलाक़ात होती है। उस मुलाक़ात के अंजाम से हम वाक़िफ़ नहीं होते। ये महज़ इत्तिफ़ाक़...

दीयों की रोशनी

हर ख़ुशी के महके पर एक हिंदुस्तानी के घर दिया जलना अनिवार्य है। दिवाली भी एक ऐसा त्योहार है जहाँ लाखों दिए जलाए जाते...

एक औरत पूर्ण हूँ मैं

मुस्कुराती हूँ मैं आजकल ना जाने क्यूँ हर बात पे इश्क़ तो है नहीं , हूँ मैं उम्र की उस दराज़ पे शायद अपना साथ मुझे...

मैं हूँ

ख़ामोशी में बहती हुई हवा है तू चंचल गुज़रता एक तूफ़ान मैं हूँ तू ठहरी हुई ज़मीन तेरा अनंत आसमान मैं हूँ तू शांत सी बहती नदी प्रशांत सा...

मेरी कलम से

"मेरी कलम से" एक ऐसी कविता है जिसके साथ हर लेखक खुद को जोड़ सकता है। यह दिल की भावनाओं को स्याही में उन्हें...

Final Adieu

She understood him like noone could She knew every word that his silence meant Only she could guess what ran in his perplexed mind  His every voiceless...

Hope

Hope She sat on the rocks lost in deep thoughts Oblivion to the chaos around  The sound of ferocious storm leaving her unperturbed  The reasons for her state...

Reading a book

I walk up to the cloistered study  And pick my favourite book off the shelf I dust it a bit and enjoy the mustiness And deeply inhale...

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