उम्मीद की लौ
झुकी हुई हैं नज़रें आज इंतेज़ार में तेरे
डर हैं कहीं धड़कनें थम ना जाएँ
उम्मीद की लौ मगर बुझने नहीं देंगे
इंतेज़ार की घड़ियाँ शायद पल...
मेरे दिल के अल्फ़ाज़
कभी-कभी दिल की गहरी भावनाओं को कुछ शब्दों में व्यक्त किया जा सकता है।आपको अपने ख्यालों को व्यक्त करने के लिए लंबी कविता लिखने...
ज़िंदगी के रंग
बेरंग सी क्यूँ लगती है आज ज़िंदगी मुझे
सुकून ढूँढने चली हूँ ना जाने क्या वजह हैं
तनहाई का लेकर फ़ितूर आख़िर क्या होगा
ये जाना कि...
तेरी दीवानी
मेरे रोम रोम में तू समाया है इस तरह कि
हर धड़कन सिर्फ़ तेरे नाम से गूंजती है
तू तलाशता है तेरी धुन पर दीवानी हुई...
थोड़ा मैं संवार लूँ
पीछे छोड़ फ़िक्र जमाने की आज
ख़ुद को थोड़ा मैं संवार लूँ
आईने से वफ़ा की कोई उम्मीद नहीं
बस ख़ुद ही अपने को निहार लूँ