मेरे रोम रोम में तू समाया है इस तरह कि
हर धड़कन सिर्फ़ तेरे नाम से गूंजती है
तू तलाशता है तेरी धुन पर दीवानी हुई गोपियों को
और मेरी बेचैन नज़रें सिर्फ़ तुझको ढूँढती है

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